दोस्तों ये उस समय की बात है जब मेरे मम्मी – पापा मामाजी के यहाँ पर किसी काम से गये हुए थे। तो वहाँ पर माँ को एक दिन अचानक एक बाइक ने टक्कर मार दी इसलिए माँ को वहाँ पर ही रुकना पड़ा साथ मे पापा भी रुक गये। अब में घर पर बिल्कुल फ्री थी। मुझे कोई रोकने वाला नहीं था। अब में अपने बॉयफ्रेंड से मिलने जब मर्जी हो तब जा सकती थी। फिर एक दिन की बात है, में अपने बॉयफ्रेंड के साथ फिल्म देखने गयी थी। फिल्म देखने के बाद हमारा चुदाई का
प्लान था वैसे में कई बार उससे चुदवा चुकी थी।
फिर में जिस दिन से मम्मी – पापा गये थे उससे रोज चुदवाती थी। कभी उसके घर तो कभी मेरे घर पर जब मेरे भाई और बहन स्कूल जाते थे तो ठुकवा लेती थी। तभी एक दिन की बात है। मेरा भाई और बहन स्कूल गये हुए थे। तभी मैंने अपने बॉयफ्रेंड को घर पर बुला लिया और फिर कुछ देर बाद वो आ गया और हम साथ मे बैठकर बात करने लगे। फिर धीरे धीरे हमने अपने पूरे कपड़े खोल दिए और वो मुझे किस करने लगा फिर कुछ देर बाद उसने मुझे चोदना शुरू किया और फिर वो मुझे जोर जोर से चोदता रहा में भी पड़ी पड़ी अपने दोनों हाथो से कभी बूब्स कभी चूत को सहला कर चुदाई के मजे मे मस्त थी। मेरे मुहं से सिसकियां निकल रही थी में अहाहाहहाहै ऊऊहैहा रमेश और ज़ोर से चोदो मुझे और ज़ोर से फक मी फक मी कर रही थी। लेकिन मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा भाई और बहन स्कूल से आ गये और वो
मुझे चुदते हुए खिड़की से देख रहे थे।
अब रमेश मुझे जोर से पूरे जोश से चोदे जा रहा था कि तभी उसने अपना सारा वीर्य मेरी चूत मे ही छोड़ दिया और फिर उसने जल्दी से कपड़े पहने और मैंने उससे कहा कि अब तुम जल्दी से जाओ मेरे भाई बहन स्कूल से आते ही होंगे। तो फिर वो चला गया। तभी उसे जाता देख मेरे भाई बहन छुप गये थे ताकि रमेश को पता ना चले कि वो हमारी चुदाई देख रहे थे। अब मे नंगी ही पड़ी थी और बाथरूम मे चली गयी और अपनी चूत की सफाई करने लगी।
शाम को जब हम सभी एक साथ बैठकर ख़ान खा रहे थे। तभी मेरी बहन मुझसे बोली कि दीदी आज दिन मे घर पर कौन आया था? तो मैंने कहा कि कोई नहीं लेकिन तुम ऐसा क्यों पूछ रही हो? तो उसने कहा कि बस ऐसे ही पूछ रही हूँ। तभी राजीव ने कहा कि दीदी आज दिन मे यहाँ पर जो कुछ भी हुआ है हमने अपनी आँखो से सब कुछ देखा है। तभी में हड़बड़ा गयी और कहने लगी कि क्या क्या क्या देखा तुम दोनों ने तो श्वेता बोली दीदी ज़्यादा बनो मत हमने सब देखा कि कैसे आप और वो लड़का सेक्स कर रहे थे।
अब में बहुत घबरा गयी और कहने लगी कि प्लीज़ किसी को बताना मत, तो वो बोली कि हम तो माँ को सब कुछ बताएँगे तो में उनके हाथ जोड़ने लगी कि प्लीज़ मत बताना में तुम जो बोलोगे वो करूँगी। तभी मेरा भाई बोला कि में तुम्हे और श्वेता को एक साथ चोदना चाहता हूँ। श्वेता तो पहले से ही राज़ी है लेकिन आप हमे परमिशन दो और तुम्हे भी चुदना होगा। मैंने पहले तो नाटक किया फिर मान गयी। दोस्तों ये कहानी आप नाईटडिअर डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर खाना खाने के बाद मे श्वेता और राजीव मेरे रूम मे आ गये और श्वेता ने राजीव के कपड़े और मेरे कपड़े खोल दिए और अपने खुद के भी। फिर राजीव मुझे किस करने लगा और श्वेता मेरी चूत चाट रही थी। अब मुझे बहुत मजा आ रहा था। मेरा भाई मेरे बूब्स दबा रहा था और उन्हे जोर जोर से चूस रहा था। मेरा भाई का लंड बहुत बड़ा था करीब 7 इंच का होगा और 2 इंच मोटा था। मेरे बॉयफ्रेंड रमेश का लंड इससे थोड़ा छोटा था।
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तभी राजीव मेरे घुटनो पर आया और मेरी चूत मे अपना लंड डालने लगा और उसने अपना पूरा लंड जोर लगा कर डाल दिया मुझे ज़्यादा दर्द नहीं हुआ क्योंकि मेरी चूत पहले से ही पूरी खुली थी क्योंकि में रोज रमेश से चुदवाती थी। फिर राजीव मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा। तभी वो एकदम से स्पीड बड़ा कर चोदने लगा और जोर के धक्को पे धक्के दिये जा रहा था कि अब हम तीनो के साथ साथ बेड भी पूरा हिलने लगा था। शायद आज वो टूटने वाला था। श्वेता मेरे बूब्स दबा रही थी और किस कर रही थी। फिर 15 मिनट बाद राजीव ने अपना सारा वीर्य मेरी चूत मे ही छोड़ दिया और मेरे ऊपर ही लेट गया इस दौरान में तीन बार झड़ चुकी थी। अब श्वेता ने राजीव का लंड अपने मुहं मे लेकर फिर से लंड को खड़ा कर दिया और फिर श्वेता उसके ऊपर आ गयी और अपनी चूत मे उसका लंड फिट करके लंड के ऊपर बैठ गयी और ऊपर नीचे होने लगी इससे मुझे पता चला कि श्वेता भी पहले कई बार चुद चुकी है। तभी तो उसने इतनी आसानी से चूत मे लंड घुसा लिया। कुछ देर तक वो ऐसे ही चुदती रही और फिर राजीव उसके ऊपर आ गया और उसे पूरा जोर लगाकर चोदने लगा। अब राजीव श्वेता की कमर को पकड़कर जोर जोर के धक्के देने लगा और श्वेता सिसकियां लेने और कहने लगी चोदो मुझे और जोर से, तभी कुछ देर बार राजीव उसकी चूत मे ही झड़ गया और श्वेता भी दो बार झड़ चुकी थी।फिर हम साथ साथ बेड पर लेट गये तो मैंने कहा श्वेता तू पहले भी चुद चुकी है ना तो उसने कहा हाँ दीदी। तो मैंने कहा किसके साथ चुदी तो उसने कहा कि में अपने बॉयफ्रेंड के साथ और भाई के साथ। उसने कहा कि जब आप बाहर चुदने जाती थी तब मै और भाई घर पर ही चुदाई करते थे और भाई का एक दोस्त मुझे बहुत चोदता है। तभी मुझे ये जानकर बहुत हैरानी हुई कि राजीव अपने दोस्त से श्वेता को चुदवाता है। तो मैंने राजीव से कहा कि तू खुद चोदता है तो ठीक है लेकिन अपने दोस्त से इसे क्यों चुदवाता है? तो वो कुछ बोलता उससे पहले ही श्वेता बोली कि भैया भी उसकी बहन को चोदता है। तो वो भी तो भैया की बहन को चोदेगा, तो में भी उससे चुदवाती हूँ।
तभी राजीव फिर से अपना लंड खड़ा करके फिर से मुझे चोदने को तैयार हो गया, लेकिन मैंने उसे कहा कि अब नहीं हम रात मे ये सब कुछ दोबारा करेंगे। तुम ये बात श्वेता को मत बताना हम दोनों ही अकेले चुदाई का मजा लेंगे और फिर में रात होने का इंतज़ार करने लगी। जब रात मे श्वेता सो गई तो मैंने राजीव को दूसरे रूम मे बुला लिया। फिर उसने आते ही मुझे किस करना शुरू कर दिया और में पागलो कि तरह उसे किस करने लगी और वो मेरे होंठो को चूसने लगा और अब धीरे से उसने अपना एक हाथ मेरे बूब्स पर रख दिया और उसे दबाने लगा और साथ मे अपने हाथ से मेरी चूत को सहला रहा था और बहुत देर तक उसने मेरे बूब्स को चूसा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
अब मेरी बॉडी को चूमते चूमते नीचे आकर मेरी चूत को चाटने लगा और अब मेरी जांघे फैला दी, फिर चूत को जीभ से चोदने और चाटने लगा। कुछ देर बाद चूत चाटने के बाद उसने लंड को हाथ से पकड़ कर चूत के मुहं पर लगाया और एक ही झटके मे अपना तना हुआ लंड जोर से मेरी चूत मे डाल दिया। तभी में बहुत जोर से चिल्लाई, उसने मेरे मुहं पर अपना मुहं रखा और मेरे मुहं को अपने मुहं से सील कर दिया। फिर राजीव मुझे ज़ोर ज़ोर से झटके देकर चोदने लगा।फिर करीब बीस मिनट तक राजीव मुझे चोदता रहा और अब थोड़ी देर बाद वो झड़ने लगा था। उसने मेरी चूत मे अपना सारा वीर्य डाल दिया। मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ और अब मुझे भी कुछ अच्छा लगने लगा। में अभी भी राजीव के नीचे दबी हुई थी और वो अब तक मेरे ऊपर ही था और कुछ टाईम बाद वो नीचे आया और मुझे अपनी बाँहों मे भर लिया और किस करने लगा और फिर वो बोला कि मेरी जान बहुत मज़ा आया तुम्हारी चुदाई मे और तुम्हे? अब मैंने कहा कि राजीव मुझे बहुत डर लगता है, कहीं में प्रेग्नेट हुई तो वो कहने लगा कि मेरी जान में हूँ ना सब सम्भाल लूँगा।
फिर राजीव ने लाईट ऑफ की और मुझे अपनी बाँहों मे पकड़ कर बोला कि गुड नाईट अब आज के लिए बहुत है और अब हम सोते है। मैंने कहा कि राजीव मुझे अपने कमरे मे जाने दो, तो वो कहने लगा कि आज से तुम मेरे साथ ही सोना, में तो रोज़ तुझे चोदुंगा मुझे किस करने लगा और मेरे बूब्स मसलने लगा और में उसके नीचे दबी हुई थी। अब वो मुझे चूमते चूमते ज़रा नीचे झुका और मेरे बूब्स को चाटने लगा और बूब्स को जोर से मुहं मे लेकर चूसने लगा। वाह क्या मेरी जान ये बूब्स कितने प्यारे है। एक एक करके उसने मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसा। फिर वो मुझसे कहने लगा कि मेरी जान मेरा लंड अपने हाथ मे लेकर तुम उसे सहलाओ। अब मैंने कहा कि में ऐसा नहीं कर सकती हूँ।
तभी वो चिल्लाया और मुझे कहने लगा कि में जो कहूँ वैसा करो और तुझे इसके बाद मे लंड को चूसना भी है क्या तुम अपने बॉयफ्रेंड का लंड नहीं चूसती? फिर मैंने कहा नहीं अब उसने मुझे ज़ोर से बैठा दिया, फिर मैंने उसका लंड अपने हाथ मे लिया और सहलाने लगी और अब ऐसे ही कुछ टाईम बाद मेरे बूब्स को चूसने के बाद वो उल्टा हुआ और अपना लंड मेरे मुहं के सामने रखा और अब कहने लगा कि मेरी जान इसे अपने मुहं मे लेकर चूसो और तुम्हे मेरा लंड तो रोज़ ही चूसना है। मुझे अच्छा नहीं लगा था फिर भी में उसका लंड मुहं मे लेकर चूसने लगी और वो मेरी चूत चूस रहा था। मेरी लाईफ मे पहली बार में ऐसा कर रही थी। राजीव बोला ज़ोर से चूसो में ज़ोर से चूसने लगी, तभी मेरी चूत से पानी निकलना शुरू हुआ और राजीव वो आराम से पीने लगा और उसने मेरे मुहं मे अपना वीर्य छोड़ दिया। फिर मुझे भी वो पीना पड़ा था और अब राजीव ने मुझे अपनी बाँहों मे लिया और मुझे चूमने लगा। वो कहने लगा कि मेरी जान तू तो बड़े अच्छे तरीके से चूसती है बहुत मज़ा आया अब तो रोज़ इसी तरह लंड को चूसना और में तेरी चूत को चाटूंगा।
तभी मैंने राजीव को कहा कि अब मुझे जाने दे, तभी वो कहने लगा कि मेरी जान अब तो रोज़ रात मेरे साथ तुझे एक ही बिस्तर मे गुजारनी है। फिर राजीव मेरे ऊपर चढ़ गया और अपना तना हुआ लंड मेरी चूत मे ज़ोर से डाल दिया, तभी मेरे हाथों को चूमते चूमते मुझे झटके देकर चोदने लगा। अब ज़ोर ज़ोर से झटके देता ही जा रहा था। राजीव का लंड मेरी चूत के अंदर घूम घूम कर चुदाई कर रहा था। तभी राजीव ने अपनी स्पीड बड़ा दी वो और तेज़ी से चोदने लगा उसने करीब आधे घंटे तक मुझे चोदा। उसने मुझे चाँद तारे दिखा दिये थे। ऐसे तो मुझे मेरे यार ने भी नहीं चोदा था।
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फिर करीब बीस मिनट बाद में झड़ने लगी लेकिन वो नहीं रुका, तभी कुछ देर बाद चुदाई करते करते उसकी स्पीड और बड़ गई। तभी मुझे लगा कि शायद वो भी अब झड़ने वाला है और फिर वो मेरी चूत मे ही झड़ गया और सारी चूत अपने वीर्य से भर दी। जैसे ही चूत मे लंड से वीर्य गिरा मुझे ना जाने क्या हुआ, में पूरी अकड़ गई और तभी उसकी स्पीड भी कम हुई। फिर कुछ देर बाद लंड अपने आप ही चूत से बाहर आ गया छोटा हो कर। उस रात नींद मे से उठकर उसने मुझे कई बार चोदा मेरी चूत फाड़ी और कई बार मेरी गांड भी लेकिन अब में उससे बहुत खुश थी। फिर हम रोज चुदाई करने लगे आज श्वेता के कई बॉयफ्रेंड है और वो उनसे चुदवाती है और में भी अपनी फ्रेंड्स को अपने भाई से चुदवाती हूँ और भाई के दोस्तो से चुदती हूँ ।।