Subscribe now to get Free Girls!

Do you want Us to send all the new sex stories directly to your Email? Then,Please Subscribe to indianXXXstories. Its 100% FREE

An email will be sent to confirm your subscription. Please click activate to start masturbating!

Divya bhabhi ke sath pura maza – दिव्या भाभी के साथ पूरा मजा

Divya bhabhi ke sath pura maza – दिव्या भाभी के साथ पूरा मजा

हैल्लो दोस्तों, ये बात एक साल पहले की है, जैसे ही मेरा कॉलेज शुरू हुआ था तो मेरा रोज का टाईम सुबह 6 से दोपहर के 1 बजे तक का था. उन दिनों में अक्सर कॉलेज के बाद वापस जल्दी घर आ जाया करता था, क्योंकि मेरे घर के सामने एक मस्त भाभी रहती थी, उसका नाम दिव्या था और वो दिखने में मोटी थी, लेकिन काफ़ी गोरी थी, उसकी उम्र कुछ 26 साल के आस पास होगी. उसकी सबसे ज़्यादा अच्छी बात थी उसके बूब्स, यार क्या बताऊँ? इतने बड़े थे कि मानो जैसे कोई बड़ा संतरा हो, उसे देखते ही मेरी दिमाग़ में बस उसको चोदने का ही विचार आता था कि कैसे इसको अपना बनाऊँ?

ऐसे ही रोज दिन कट रहे थे, जब भी में कॉलेज से वापस आता तो में उसे देखने का एक भी मौका नहीं छोड़ता था. जब वो अपने घर में झुककर पोछा लगा रही हो तब तो यार उसके आधे से भी ज़्यादा बूब्स बाहर निकल आते थे, उसके एकदम दूध जैसे सफ़ेद बूब्स थे और उन्हें देखकर मन करता था कि अभी जाकर पकड़कर पूरा निचोड़ लूँ और उनका सारा का सारा जूस पी जाऊँ.

ऐसे में दिव्या भी कभी-कभी मुझे सामने देख लिया करती थी, लेकिन जब भी वो मुझे देखती तो में डर के मारे वहाँ से चला जाता था, उसने मुझे कई बार ऐसा देखते हुए नोटिस कर लिया था. फिर मेरी परीक्षा आ गई तो उन दिनों में काफ़ी व्यस्त रहने लगा. फिर जब परीक्षा पूरी हो गई तो एक दिन वो मेरे घर आकर कहने लगी.

दिव्या : कहाँ हो आज कल दिखाई ही नहीं देते हो?

में : कुछ नहीं बस परीक्षा चल रही थी इसलिए.

दिव्या : ठीक है. फिर आज शाम को तुम मेरे घर पर आना, मुझे तुमसे कुछ काम है.

में : ओके, में आ जाऊंगा.

फिर इतनी बात करके वो चली गयी, मुझे पता नहीं चल रहा था कि उसने मुझे अपने घर क्यों बुलाया? क्या काम होगा? ऐसा सोचते-सोचते में सो गया. फिर में शाम को जब उठा तो फ्रेश होकर थोड़ी देर के बाद में उसके घर चला गया. फिर उसने मुझे घर में अन्दर आने को कहा, उस समय वो घर में सिर्फ़ अकेली ही थी. फिर मैंने पूछा कि भैया कहाँ गये है? तो उसने कहा कि वो बिजनस टूर पर गये है, वो 1 हफ्ते के बाद वापस आयेंगे. बस इतना सुनते ही मेरे मन में लड्डू फूटने लगे और अकेला ही मुस्कुराने लगा तो वो मुझसे पूछने लगी कि क्यों स्माईल कर रहे हो? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं बस ऐसे ही.

फिर मैंने पूछा कि आपको क्या काम था? तो उसने कहा कि मुझे कल शॉपिंग करने जाना है, तुम फ्री हो क्या? बस मैंने इतना सुनते ही हाँ कर दी तो उसने थैंक यू कहकर सुबह 8 बजे आने को बोला. फिर मैंने कहा कि ठीक है में आ जाऊंगा. फिर में सुबह होने का इंतज़ार करने लगा और उसके ख्यालों में मैंने रात को उसके नाम की कई बार मूठ भी मारी और फिर सो गया.

फिर में सुबह उठकर फ्रेश होकर में उसके घर गया तो उसने कहा कि अन्दर आ जाओ, जब वो बाथरूम में नहा रही थी. मेरा मन कर रहा था कि अंदर जाकर देख लूँ, लेकिन फिर मैंने सोचा इतनी जल्दबाज़ी अच्छी नहीं है. फिर जब वो मेरे सामने आई तो क्या कयामत लग रही थी? दोस्तों में बता नहीं सकता, उसने काले कलर की गाउन पहनी थी और वो उसकी सफ़ेद बॉडी पर क्या लग रही थी? में तो बस उसे देखता ही रह गया.

फिर उसने कहा कि क्या देख रहे हो? फिर मैंने कहा कि कुछ नहीं. फिर उसने नॉटी स्टाईल में कहा कि कभी ऐसा नहीं देखा क्या? और हंसने लगी. फिर मैंने कुछ बोले बिना ही उसको कहा चलो. हम बाईक पर जा रहे थे और वो मुझसे एकदम चिपक कर बैठी थी. अब मेरा हाल काफ़ी बुरा हो रहा था, अब बार-बार वो उसके बड़े-बड़े बूब्स मेरी पीठ पर टच कर रही थी, पता नहीं उसका क्या इरादा था? फिर हम एक बड़े से मॉल में गये, वहाँ पर उसने जाते ही कहा कि चलो मूवी देखने चलते है.

फिर हम मूवी देखने गये और मेरा नसीब अच्छा था कि जब मर्डर-2 मूवी चल रही थी. फिर हमने कॉर्नर की सीट का टिकट लिया और वहाँ जाकर बैठ गये. फिर जैसे ही मूवी में सेक्सी सीन आया तो मेरा लंड खड़ा हो गया और इसी दौरान ना जाने कब उसने अपना एक हाथ मेरी जांघ पर रख दिव्या, मुझे पहले तो लगा कि शायद ग़लती हुई होगी, लेकिन फिर उसने हाथ ऐसे ही रहने दिया और वो धीरे-धीरे अपना हाथ मेरे लंड के पास ले आई.

फिर मैंने जैसे ही उसके सामने देखा तो वो बस मुस्कुरा रही थी. अब मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया था. फिर मैंने भी एक हाथ उसके बूब्स पर रख दिया और ज़ोर-जोर से दबाने लगा, अब वो काफ़ी मस्त हो गयी थी. फिर आधी ही मूवी में उसने मुझसे कहा कि चलो घर पर चलते है. फिर मैंने कहा कि ठीक है. फिर वो वापस सारे रास्ते में वो मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड से खेलती रही. फिर जैसे ही हम उसके घर पहुंचे तो वो भागकर अपने बेडरूम में चली गयी.
Divya bhabhi ke sath pura maza - दिव्या भाभी के साथ पूरा मजा
Divya bhabhi ke sath pura maza – दिव्या भाभी के साथ पूरा मजा


मैंने डोर लॉक किया और में उसके बेडरूम की और गया तो मैंने देखा कि वो पलटकर दूसरी तरफ मुँह करके खड़ी है. फिर मैंने जाकर उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी गर्दन पर किस करने लगा और अपने लंड को उसकी बड़ी सी गांड पर दबाने लगा. फिर मैंने उसको अपनी तरफ़ घुमाया और अब हम लिप किस करने लगे, हमें एक दूसरे के थूक का टेस्ट इतना अच्छा आ रहा था कि दिल कर रहा था कि ये किस ख़त्म ही ना हो. फिर उसने किस तोड़ते हुए मेरे लंड को पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी.


फिर मैंने उसका गाउन निकाल दिया और अब वो मेरे सामने काली पेंटी और काली ब्रा में खड़ी थी. अब तो मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके बूब्स तो ब्रा को तोड़कर अभी बाहर निकल आयेंगे, आज मेरा सपना पूरा होने वाला था और हम लोग भी बेड पर लेट गये. फिर मैंने उसकी ब्रा को निकाल दिया, क्या बूब्स लग रहे थे? एकदम बड़े-बड़े और में उसे छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा, वो मदहोश हो रही थी और वो धीरे-धीरे मौन कर रही थी, आआआआआहह प्रेम आराम से, धीरे जान, बहुत दर्द हो रहा है.

अब में कभी चूसता तो कभी ज़ोर से काट देता तो वो ज़ोर से चिल्लाती, ऊऊऊऊऊऊहह ययययस्स्स्स्स मारररर डाला और जोररररर से. फिर बाद में उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और वो मेरा लंड देखकर शॉक हो गई कि ये कितना बड़ा है? तेरे भैया का तो इसका आधा भी नहीं है और इतना कहते ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और लॉलीपोप की तरह चूसने लगी. अब में तो मानों जन्नत में आ गया. फिर 10 मिनट के बाद में झड़ने वाला था तो उसने कहा कि मेरे मुँह में ही झड़ जाओ और वो मेरा सारा स्पर्म पी गयी और मानों जैसे वो जंगली सी हो गयी हो और वैसे मुझे देखने लगी.

फिर में उसकी बॉडी को किस करने लगा, अब वो तो मानों जैसे पागल हो गयी हो वैसे मौन करने लगी थी, वो तो अच्छा था कि उसका घर सबसे आखरी का था तो किसी को कुछ सुनाई नहीं दे रहा था. फिर मैंने उसकी पेंटी को छुआ तो वो पूरी तरह से भीग गई थी, अब उसकी चूत से पानी निकल रहा था. फिर मैंने उसकी चूत में दो उंगली डाल दी तो वो पूरी तरह सिहर गयी, अब में धीरे-धीरे मेरी उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो वो चिल्ला रही थी प्रेम फक मी, ईईएसस्स्सस्स मोर हार्ड इट आआआआआ जल्दी और अंदर डालो और में ये सब सुनकर काफ़ी जोश में आ गया और अब मेरा लंड वापस उसको चोदने के लिए तैयार हो गया था. फिर मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया रखा जिससे उसकी चूत थोड़ी ऊँची हो गयी.

फिर मैंने देर ना करते हुए सीधा अपना लंड उसकी चूत पर टिकाया और उसे थोड़ा दबाया और मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया. अब वो चिल्लाने लगी, उउउइइ माँ मरररररर गयययययी, बाहर निकाल इसे, लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनते हुए दूसरा झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसके अंदर चला गया, उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे. अब में उसे लिप किस करने लगा.

फिर जब वो तैयार हो गई तो मैंने फिर से धीरे-धीरे झटके लगाने शुरू कर दिए. अब वो भी अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी थी. फिर मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और वो हर झटके पर मौन करने लगी, यहहह्ह्ह्हस्स्सस्स्स्स बेब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबययययययययययययययी फक मीईईईईईई यसस्स्स्स्स्स्स्स्स सस्स्स्स्स्स्ऊऊऊऊ हार्ड एंड डीप. में झड़ने वाला था और वो भी झड़ने वाली थी तो उसने कहा कि मेरे अंदर ही झड़ जाओ. फिर मैंने अपनी स्पीड और तेज़ कर दी और कुछ ही समय में हम दोनों एक साथ झड़ गये.

फिर जब मैंने उसकी आँखो में देखा तो उसमें एक अजीब सा नशा था. फिर हमने लिप किस किया और काफ़ी देर तक वैसे ही एक दूसरे की बॉडी से खेलते रहे. फिर हम बाथरूम में गये और वहाँ हम दोनों ने एक साथ बाथ किया और वहाँ भी एक बार उसकी चुदाई की. फिर आखरी में हम एक दूसरे को साफ करके बाथरूम के बाहर आए और एक दूसरे की बाहों में सो गये.

फिर जब में उठा तो वो नाईटी में मेरे लिए चाय लेकर आई और मुझसे कहने लगी कि ऐसा मज़ा आज तक कभी नहीं आया और फिर पूरे 1 हफ्ते तक हमने ऐसे कई बार चुदाई की, कभी किचन में तो कभी हॉल में तो कभी छत पर, हमने हर जगह चुदाई की और आज भी जब भी उसका मूड होता है तो दिव्या मुझे बुला लेती है और हम दोनों खूब मजा करते है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.